Gopalsharan Singh शांति रहे पर क्रांति रहे ! shayar February 9, 2020 0Comment फूल हँसें खेलें नित फूलें, पवन दोल पर सुख से झूलें किन्तु शूल को कभी… Read More
Gopalsharan Singh प्रतिनिधि shayar February 9, 2020 0Comment देव ! तुम्हारे पास । दिन दुखी जन का प्रतिनिधि बन, आया था यह दास… Read More
Gopalsharan Singh माँ shayar February 9, 2020 0Comment है जग-जीवन की जननी तू तेरा जीवन ही है त्याग । है अमूल्य वैभव वसुधा… Read More